ग्रामीण विकास देश और प्रदेश के विकास की धुरी : सीएम भजनलाल विकसित राजस्थान के लक्ष्यों को लेकर बैठक
प्रभात संवाद, 11 जून, जयपुर। मुख्यमंत्री भजनलाल शर्मा ने कहा कि प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी के विजन के अनुरुप विकसित भारत विकसित राजस्थान का संकल्प तेजी से सिद्धि की ओर बढ रहा है। उन्होंने कहा कि राज्य सरकार लोक कल्याण को एकमात्र ध्येय मानकर ऐसी योजनाएं लागू कर रही है जिससे प्रदेश के शिक्षा, चिकित्सा, बिजली, पानी आधारभूत संरचनाओं जैसे बुनियादी क्षेत्रों की दिशा और दशा निरंतर बदल रही है। एक सशक्त और समृद्ध राजस्थान का भविष्य सुनिश्चित हो रहा है।
श्री शर्मा मंगलवार को मुख्यमंत्री निवास पर विकसित राजस्थान 2047 के लक्ष्यों की प्राप्ति के लिए विजन डॉक्यूमेंट को लेकर बैठक की अध्यक्षता कर रहे थे। उन्होंने कहा कि किसी भी लक्ष्य की प्राप्ति में कार्ययोजना और उसकी क्रियान्विति की सबसे अधिक महत्वपूर्ण भूमिका रहती है। निर्धारित लक्ष्यों को समय पर हासिल करके ही इच्छित परिणाम प्राप्त किए जा सकते है। उन्होंने कहा कि ये विजन डॉक्यूमेंट एक कागज नहीं है बल्कि राजस्थान के विकास का मार्ग है जिसे हम धरातल पर चरणबद्ध रुप में उतारेंगे। साल 2047 दीर्घकालीन लक्ष्य तक पहुंचने के लिए मध्यावधि लक्ष्य तय कर उन पर फोकस किया जाए। विकसित राजस्थान के लक्ष्य की प्राप्ति में 8 करोड प्रदेशवासियों की भूमिका बेहद महत्वपूर्ण है अतः विजन डॉक्यूमेंट में आमजन के सुझाव भी शामिल किए जाएं।
ग्रामीण विकास से ही विकसित भारत का संकल्प होगा साकार : मुख्यमंत्री ने कहा कि ग्रामीण विकास प्रदेश ही नहीं देश के विकास की धुरी है। गांवों की तरक्की के बिना विकसित भारत का संकल्प साकार नहीं हो सकता इसलिए हमें ग्राम पंचायतों को आत्मनिर्भर बनाने की दृष्टि से उनकी आय के स्त्रोत बढाने वाले संसाधन उपलब्ध कराने पर ध्यान देना होगा। उन्होंने कहा कि ग्रामीण पर्यटन को बढावा देने के साथ ही लघु, कुटीर उद्योगों को प्रोत्साहन, गांवों में सोलर प्लांट, फल सब्जी मंडी, दूध संकलन केन्द्र आदि की स्थापना से पंचायतों को आर्थिक रुप से सशक्त बनाया जाएगा। श्री ष्शर्मा ने कहा कि ग्रामीण आधारभूत ढांचे को मजबूत कर महिलाओं को स्वरोजगार से जोडकर और युवाओं का कौशल विकास कर हम ग्रामीण आबादी का ष्शहरों की ओर पलायन रोक सकते है।