आपदा प्रबंधन मंत्री के नेतृत्व में सवाई माधोपुर के जडावता गांव में राहत कार्य —प्रशासन, पुलिस, सेना और बचाव दल प्रभावित क्षेत्रों में जलभराव और बाढ़ से राहत के लिए जुटे
प्रभात संवाद, जयपुर, 24 अगस्त। लगातार तीन दिनों से हो रही मूसलाधार वर्षा से सवाई माधोपुर जिले के जडावता गांव सहित आसपास के क्षेत्रों में जलभराव और कटाव की गंभीर स्थिति उत्पन्न हो गई। हालात की गंभीरता को देखते हुए आपदा प्रबंधन, सहायता एवं नागरिक सुरक्षा मंत्री डॉ. किरोड़ी लाल रविवार को स्वयं मौके पर पहुंचे और राहत एवं बचाव कार्यों का निर्देशन कर रहे हैं।
डॉ. किरोड़ी लाल के साथ जिला कलक्टर श्री काना राम, पुलिस अधीक्षक श्री अनिल कुमार बेनीवाल, अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक श्री रामकुमार कस्वा, उपखंड अधिकारी श्री दामोदर सिंह, तहसीलदार श्री मदनलाल मीणा, आर्मी की रैपिड 18 डिवीजन के मेजर श्री तूफेल मोहम्मद और मेजर श्री अभिनव राय, सिविल डिफेंस, एनडीआरएफ एवं एसडीआरएफ की टीमें लगातार काम कर रही हैं।
जल संसाधन विभाग के अधिशाषी अभियंता श्री अरुण शर्मा द्वारा मौके पर रहकर जडावता नहर से गांव में जा रहे पानी को रोकने के लिए रेत, मिट्टी के कट्टे भरकर लगातार लगाए जा रहे हैं, ताकि गांव में आ रहे पानी के बहाव को कम किया जा सके।
आपदा प्रबंधन मंत्री ने रविवार को गांव में कटाव और जलभराव से प्रभावित घरों एवं मंदिर की सुरक्षा को लेकर स्थानीय जनप्रतिनिधियों और ग्रामीणों के साथ हालात का जायजा लिया। पानी की धारा को डायवर्ट करने के लिए प्रशासन और सेना ने संयुक्त रूप से विभिन्न विकल्पों पर चर्चा कर, उन्होंने मौके पर खड़े रहकर नहर के अवरोध को हटवाया तथा पानी की धारा को दो—तीन अलग-अलग दिशाओं में मोड़कर निकासी सुनिश्चित करवाई। मकानों को गिरने से बचाने के लिए एलएनटी मशीन से जल के लिए अस्थायी मार्ग बनाकर पानी का बहाव मोड़ा गया और कटाव को नियंत्रित किया गया है। जिससे प्रभावित मकान एवं स्कूल को सुरक्षित बचाया जा सकेगा।
स्थानीय निवासियों, विशेषकर जडावता और कोशाली गांव के ग्रामीणों को समझाइश देकर सहयोग लिया गया। सेना, एनडीआरएफ, एसडीआरएफ एवं सिविल डिफेंस की टीमें लगातार मोर्चा संभाले हुए हैं और किसी भी तरह की जनधन हानि को रोकने के लिए प्रयासरत हैं।
उन्होंने कहा कि सरकार आमजन की सुरक्षा और राहत कार्यों को सर्वोच्च प्राथमिकता दे रही है। किसी भी आपात परिस्थिति में प्रशासन एवं बचाव दल पूरी तरह सतर्क हैं और प्रभावित गांवों में हरसंभव सहायता उपलब्ध करवाई जा रही है।